"जब एक दिया जलता है, तो सिर्फ़ अंधेरा ही नहीं मिटाता, बल्कि आशा और सकारात्मकता भी फैलाता है।"
दिवाली रोशनी और उत्साह का पर्व है। लेकिन हर साल हम इसे ऐसे तरीक़ों से मनाते हैं जो पर्यावरण को नुकसान पहुँचा देते हैं — पटाखों का शोर, धुएँ से भरा आसमान और चारों ओर फैला कचरा।
क्या रोशनी का त्योहार हम प्रकृति को बिना दुख दिए नहीं मना सकते? बिल्कुल मना सकते हैं!
आइए जानते हैं कुछ आसान और सुंदर उपाय, जिससे हमारी दिवाली खुशियों के साथ-साथ इको-फ्रेंडली भी हो।
ग्रीन दिवाली २०२५: पर्यावरण अनुकूल और प्रदूषण रहित दिवाली मनाने के आसान उपाय 
परिचय
दिवाली का महत्व और वर्तमान समय में प्रदूषण की समस्या
क्यों ज़रूरी है ग्रीन दिवाली (इको-फ्रेंडली) मनाना
ग्रीन दिवाली क्यों ज़रूरी है?
पटाखों से होने वाला वायु प्रदूषण
शोर प्रदूषण का प्रभाव बच्चों, बुज़ुर्गों और जानवरों पर
प्लास्टिक और थर्माकोल से होने वाला कचरा
प्रकृति और सेहत पर असर
पर्यावरण अनुकूल दिवाली मनाने के ५ आसान उपाय
1. मिट्टी के दीये जलाएँ, बिजली नहीं खर्च करें§मिट्टी के दीयों के फायदे
§स्थानीय कुम्हारों को सहयोग
2. पटाखों से दूरी बनाएँ§धुएँ और शोर के नुकसान
§बच्चों को वैकल्पिक गतिविधियों में शामिल करना (रंगोली, दीये, कहानी, गेम्स)
3. इको-फ्रेंडली सजावट अपनाएँ§फूलों की माला, केले/आम के पत्ते
§रंगीन कागज़ और हाथ बनावटी सजावट
§थर्माकोल और प्लास्टिक से बचें
4. घर की बनी मिठाइयाँ और पकवान§प्लास्टिक पैकेजिंग कम करना
§सेहत और स्वाद का ध्यान रखना
5. पेड़-पौधे लगाएँ, प्रकृति को लौटाएँ§परिवार के साथ पौधा लगाकर दिवाली यादगार बनाना
§भविष्य की पीढ़ियों के लिए तोहफ़ा
बच्चों और परिवार के लिए सुरक्षित दिवाली टिप्स
§बच्चों को पटाखों से दूर रखें
§पालतू जानवरों की सुरक्षा
§आग से बचाव के उपाय
ग्रीन दिवाली सजावट
§पुनः उपयोगी सामग्री का उपयोग
§प्राकृतिक रंगों से रंगोली
निष्कर्ष
दिवाली का असली संदेश: रोशनी और सकारात्मकता
हमें २०२५ से शुरुआत करनी चाहिए प्रदूषण रहित दिवाली की
सब मिलकर पर्यावरण अनुकूल दिवाली मनाने का संकल्प लें
दिवाली का असली संदेश है अंधकार से प्रकाश की ओर।इस बार इसे बनाइए ग्रीन और सुरक्षित दिवाली। 

खुशियाँ बाँटिए, प्रदूषण नहीं। चलिए मिलकर मनाएँ इको-फ्रेंडली दिवाली 

Comments
Post a Comment
Your Comment is forwarded to moderator and will be published after moderation.
Thank you.